Noble NBH-Lipika फूलगोभी के बीज उच्च गुणवत्ता और बेहतर उपज के लिए जाने जाते हैं। यह किस्म विशेष रूप से शुरुआती मaturity और उत्कृष्ट क्रीमिश व्हाइट कर्ड के लिए प्रसिद्ध है। इस ब्लॉग में, हम जानेंगे कि Noble NBH-Lipika फूलगोभी के बीज की खेती कैसे की जाए और इसके विभिन्न चरणों और आवश्यकताओं के बारे में विस्तार से समझेंगे।
Table of Contents
Noble NBH-Lipika फूलगोभी बीज की विशिष्टताएँ
विशेषता | विवरण |
---|---|
ब्रांड | Nobel |
किस्म | NBH-Lipika |
बीज का वजन | 10 ग्राम |
कर्ड का आकार | डोम |
कर्ड का वजन | 800 ग्राम – 1 किलोग्राम |
कर्ड का रंग | क्रीमिश व्हाइट |
परिपक्वता | 55-60 दिन |
समूह | शुरुआती |
ब्लैंचिंग | आंशिक |
पौधे का प्रकार | सीधा |
खेत की तैयारी
- मिट्टी का चयन और तैयारी: फूलगोभी की अच्छी उपज के लिए अच्छी जल निकासी वाली दोमट मिट्टी सबसे उपयुक्त होती है। मिट्टी का pH स्तर 6.5-7.5 के बीच होना चाहिए।
- खेत की जुताई: खेत को अच्छी तरह से जोतकर समतल करें और खरपतवार रहित बनाएं। मिट्टी में अच्छी गुणवत्ता की खाद मिलाएं।
- बीज बुआई: बीजों को नर्सरी में तैयार करें। एक नर्सरी बेड का आकार 180x90x15 सेमी हो सकता है। नर्सरी बेड को खरपतवार और मलबे से मुक्त रखें।
बुआई का समय और विधि
- बुआई का समय: Noble NBH-Lipika फूलगोभी बीज की बुआई का समय क्षेत्रीय जलवायु और मौसम पर निर्भर करता है। सामान्यतः, बुआई अक्टूबर से दिसंबर के बीच की जाती है।
- बीज दर और गहराई: 10 ग्राम बीज एक एकड़ के लिए पर्याप्त होते हैं। बीजों को 0.5-1 सेमी गहराई में बोया जाता है।
- नर्सरी में बीज बुआई: नर्सरी बेड में लाइन बुआई करें। पंक्तियों के बीच की दूरी 8-10 सेमी और बीज के बीच की दूरी 3-4 सेमी होनी चाहिए।
पौधों का रोपण
- रोपण का समय: बीज बोने के 25-30 दिनों बाद पौधे रोपने के लिए तैयार हो जाते हैं।
- पौधों की दूरी: पौधों के बीच 45 सेमी और पंक्तियों के बीच 60 सेमी की दूरी रखें। इससे पौधों को पर्याप्त जगह मिलती है और वे अच्छे से बढ़ते हैं।
सिंचाई और उर्वरक
- सिंचाई: पहली सिंचाई रोपण के तुरंत बाद करें। इसके बाद सिंचाई की नियमितता मौसम और मिट्टी की नमी पर निर्भर करती है। गर्मियों में 5-7 दिन और सर्दियों में 10-15 दिन के अंतराल पर सिंचाई करें।
- उर्वरक: अच्छी उपज के लिए निम्नलिखित उर्वरक का उपयोग करें:
- बेसल डोज: अंतिम जुताई के समय 33% नाइट्रोजन और 50% फॉस्फोरस, पोटाश का उपयोग करें।
- टॉप ड्रेसिंग: रोपण के 30 दिन बाद शेष नाइट्रोजन और फॉस्फोरस, पोटाश का उपयोग करें।
रोग और कीट नियंत्रण
- रोग: फूलगोभी की खेती में कई प्रकार के रोग होते हैं जैसे कि ब्लैक रॉट, डाउनी मिल्ड्यू आदि। इनके नियंत्रण के लिए रोगरोधी किस्मों का चयन करें और रोगनाशकों का उचित उपयोग करें।
- कीट: महत्वपूर्ण कीटों में एफिड्स, कटवर्म्स और डायमंडबैक मॉथ शामिल हैं। इनकी रोकथाम के लिए जैविक और रासायनिक कीटनाशकों का समुचित उपयोग करें।
कटाई और उपज
- कटाई का समय: Noble NBH-Lipika फूलगोभी की कटाई 55-60 दिनों में की जाती है जब कर्ड का आकार 800 ग्राम से 1 किलोग्राम तक हो जाता है।
- उपज: इस किस्म की औसत उपज 20-25 टन प्रति हेक्टेयर होती है।
सुझाव और सावधानियाँ
- बीज की गुणवत्ता: उच्च गुणवत्ता वाले बीज का ही चयन करें।
- सिंचाई: अधिक सिंचाई से बचें क्योंकि इससे जड़ों का सड़ना हो सकता है।
- खरपतवार नियंत्रण: नियमित खरपतवार नियंत्रण से पौधों को आवश्यक पोषक तत्व मिलते हैं।
- मिट्टी का परीक्षण: खेती से पहले मिट्टी का परीक्षण कराएं ताकि उर्वरकों का सही उपयोग किया जा सके।
निष्कर्ष
Noble NBH-Lipika फूलगोभी बीज की खेती उचित प्रबंधन और देखभाल के साथ की जाए तो यह किस्म उच्च उपज देती है। सही समय पर बुआई, रोपण, सिंचाई और उर्वरक प्रबंधन के साथ रोग और कीट नियंत्रण का ध्यान रखने से किसान अच्छी उपज प्राप्त कर सकते हैं। आशा है कि इस ब्लॉग से आपको Noble NBH-Lipika फूलगोभी की खेती के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हुई होगी।
Noble NBH-Lipika फूलगोभी बीज को अपनी खेती में शामिल करके आप न केवल अच्छी उपज प्राप्त कर सकते हैं बल्कि बाजार में भी अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। यदि आपके पास इस बीज से संबंधित कोई सवाल या सुझाव हैं तो कृपया हमें कमेंट में बताएं।