ये हाइब्रिड बीज मध्य अवधि की इनब्रेड किस्मों की तुलना में 25-30% अधिक उपज देते हैं, जिससे अधिकतम उत्पादकता और लाभ सुनिश्चित होता है।

मजबूत और जोरदार वृद्धि के साथ, पौधे विविध पर्यावरणीय परिस्थितियों का सामना करने में सक्षम होते हैं।

135-140 दिनों की फसल अवधि खरीफ मौसम के साथ पूरी तरह मेल खाती है, जिससे पौधे के विकास और परिपक्वता के लिए पर्याप्त समय मिलता है।

मध्यम पतले अनाज के साथ उच्च उत्पादक टिलर (प्रति पौधा 13-15) और अधिक अनाज प्रति पैनिकल (250-300) उत्कृष्ट गुणवत्ता और मात्रा की गारंटी देते हैं।

ये बीज विभिन्न प्रकार की मिट्टी और जलवायु परिस्थितियों में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं, जिससे ये विभिन्न खेती क्षेत्रों के लिए एक बहुमुखी विकल्प बनते हैं।

मिट्टी का चयन

अच्छी जल निकासी वाली दोमट मिट्टी धान की खेती के लिए सबसे अच्छी होती है। मिट्टी की जुताई और हराई अच्छे से करें ताकि मिट्टी में पोषक तत्वों का संचार हो सके।

सिंचाई का विधि

बुवाई के बाद खेत की सिंचाई करें और पौधों की वृद्धि के विभिन्न चरणों में नियमित रूप से सिंचाई करते रहें।

उर्वरक का उपयोग

खेत की तैयारी के दौरान अच्छी सड़ी हुई गोबर की खाद मिलाएं और समय-समय पर रासायनिक उर्वरकों का प्रयोग करें।

कीट और रोग नियंत्रण

फसल की सुरक्षा के लिए समय-समय पर कीटनाशकों और रोगनाशकों का छिड़काव करें। रोगग्रस्त पौधों को तुरंत हटाएं और खेत की नियमित निगरानी करें।